बेंदोरा पंचयात में नल जल योजना की जल मीनार हाथी का दांत साबित हो रही है…
चैनपुर गुमला : चैनपुर प्रखंड अंतर्गत बिंदोरा पंचायत के कई गांव में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नल जल पूरी तरह से ठप. ग्रामीण महिलाएं दूर से सर पर पानी ढोकर लाने को विवश सरकारी कर्मियों की उदासीनता का जीता जागता मिसाल।
केस 1 ग्राम छतरपुर के रौतिया मुहल्ला में बिगत 9 माह से नल जल योजना की जलमिनर बंद पड़ी है। जिससे ग्रामीण महिलाएं सर पर पानी ढोकर लाने को विवश है।
केस 2 ग्राम टिनटांगर में बिना बोरिंग किए ही तीन जल मीनार का निर्माण किया गया है तीनों कुएं में समर सेबल डालकर पानी की आपूर्ति की जाती है गर्मी की तपिश बढ़ते ही कुएं का पानी सूख जाने की वजह से लोगों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ता है।
केस 3 प्राथमिक विद्यालय टिन टांगर में एक वर्ष से अधिक समय से जल मीनार बंद पड़ी है जिसके वजह से स्कूल के बच्चों
को पीने की पानी के लिए काफी मशक्कत करना पड़ता है प्यास मिटाने के लिए बच्चे संघर्ष कर रहे हैं।
केस 4 ग्राम हर्रा 2 वर्ष से जलमिनार बंद पड़ी है आधी गांव की प्यास बुझती है आधी आबादी को पानी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। हालांकि पंचायत के मुखिया सुशील दीपक मिंज के प्रयास से जलमिनर को ठीक करने की कोशिश की गई थी मगर विभाग की उदासीनता के वजह से टंकी नहीं बदलने की वजह से वह चालू नहीं हो पाया।
केस 5 ग्राम हर्रा कशीरा में जल मीनार निर्माण हुई खाना आपूर्ति हर घर को पानी नहीं मिलने से आज भी लोग कुआं का पानी पीने को विवश..।
फेक्ट्स फाइल : केंद्र सरकार की अत्यंत ही महत्वाकांक्षी योजना नल जल में भारी अनियमित की गई है जिसकी वजह से योजना का संचालन सही तरीके से नहीं हो पा रहा है और ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी लोग पेयजल के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कागजों में दिखाने के लिए तो सभी गांव में जल मीनार है लेकिन आधी आबादी को पानी नहीं मिल पा रही है। ग्रामीणों ने कई बार विभाग के इंजीनियर को इसकी सूचना दी मगर टालमटोलकर कभी भी नल जल के जल मीनार को दुरुस्त करने के लिए पहल नहीं किया. विभागीय उदासीनता का शिकार नल जल योजना की जल मीनार चिख चिख कह रही है कि इसमें भारी अनियमित हुई है मगर विभागीय कर्मी संरक्षण में है इसलिए इन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। वहीं ग्रामीण सड़क पर उतरकर विरोध करने के लिए आतुर है। इस संबंध में जब कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष निरंजन बाड़ा से बात की गई तो वह बिफर गये तथा कहा कि यह सरकारी कर्मियों की उदासीन रवैया के कारण आज ग्रामीण महिलाएं सर पर पानी ढोकर लाने को विवश है नल जल योजना में वित्तीय अनियमिता की गई है इस संबंध में सांसद सुखदेव भगत को चिट्ठी लिखकर इसकी जांच कराई जाएगी तथा दोषी कर्मियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।






