रांची : राजधानी रांची में 50 स्थान पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स लगाए गए हैं, जिसका इस्तेमाल संकट के समय आम लोग कर सकेंगे। इमरजेंसी कॉल बॉक्स का ट्रायल शुरू कर दिया गया है।
- आवश्यक जानकारी मिलने के बाद उस व्यक्ति की मदद के लिए पीसीआर या टाइगर पुलिस को मौके पर भेजा जाएगा
- सीसीटीवी कैमरे के जरिए कंट्रोल रूम में बैठे पुलिसकर्मियों को नजर भी आएगा।
- जैसे ही कोई उस बटन को दबाता है बॉक्स से आवाज आने लगती है

दरअसल इमरजेंसी कॉल बॉक्स का हेल्प बटन दबाने से ही वह सीधे पुलिस कंट्रोल रूम में कनेक्ट हो जाएगा।इसके लिए किसी भी तरह के फोन या मोबाइल की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिस व्यक्ति के द्वारा हेल्प बटन दबाया जाएगा वह सीसीटीवी कैमरे के जरिए कंट्रोल रूम में बैठे पुलिसकर्मियों को नजर भी आएगा। कंट्रोल रूम में बैठे पुलिसकर्मी कैमरे के माध्यम से सहायता मांगने वाले व्यक्ति को देखकर, यह जान भी जाएंगे कि वह किस परिस्थिति में है। आवश्यक जानकारी मिलने के बाद उस व्यक्ति की मदद के लिए पीसीआर या टाइगर पुलिस को मौके पर भेजा जाएगा।

कॉल बॉक्स पर हेल्प बटन बनाया गया है, जैसे ही कोई उस बटन को दबाता है बॉक्स से आवाज आने लगती है। वह आवाज सीधे पुलिस कंट्रोल रूम में जाती है इसके साथ ही कॉल बॉक्स के पास लगे कैमरे ऑन हो जाते हैं और जो व्यक्ति मदद मांग रहा है वह पुलिसकर्मियों को साफ-साफ दिखाई देने लगता है। उसकी आवाज भी स्पष्ट सुनाई देती है। इमरजेंसी कॉल बॉक्स का प्रचार-प्रसार जोर-शोर से करने की रणनीति पर रांची पुलिस कम कर रही है, ताकि शहर में मुसीबत में फंसे लोगों की मदद मिल सके।