वार्षिकोत्सव खेल महोत्सव परवाज़ का आगाज़
नज़र मैदान में
परवाज़ आसमान में भरते हैं,
ये जेवीएम, श्यामली के खिलाड़ी हैं,
हार को भी जीत में बदलने का हुनर रखते हैं।
विगत 50 वर्षों से अधिक समृद्ध में खेल परम्परा और विरासत को अक्षुण्ण रखते हुए जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली का चार दिवसीय महा खेल उत्सव मेकॉन स्टेडियम में परवाज़ 2024-25 का शुभारम्भ हुआ।
खेल प्रतियोगिता के सकारात्मक मूल्यों व प्रतिभागियों के बीच सौहार्द की भावना को समर्पित विद्यालय स्पोर्ट्स कप्तान मयंक कुमार और उप कप्तान उर्वशी सिंह ने टैगोर, तिलक, दयानंद, राजेंद्र सदन, एन एस एस और एन सी सी की टुकड़ियों को खेल भावना की शपथ दिलाई।
तत्पश्चात् प्राचार्य श्री समरजीत जाना ने वार्षिक स्पोर्ट्स मीट : परवाज़ 2024-25 के शुरु होने की औपचारिक घोषणा की।
सूर्य की स्वर्णिम किरण और मखमली धूप के साथ खेल प्रांगण में जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली का पहला दिन कक्षा छठी से आठवीं के सब जूनियर, नवीं और दसवीं के जूनियर तथा ग्यारहवीं और बारहवीं सीनियर के बालक व बालिका वर्ग के बीच शॉर्ट पुट, ऊँची और लंबी कूद, डिस्कस थ्रो, 100 मीटर दौड़, 4×100 मीटर रिले, 200 मीटर, 4×200 मीटर रिले, 400 मीटर, 4×400 मीटर रिले रेस के नाम रही।
वहीं आकर्षण का केंद्र बना छात्रों की 3000 मीटर की लम्बी दौड़ प्रतियोगिता जहाँ धावकों ने अपनी दम-खम का लोहा मनवाते हुए देवर्श पांडे, प्रखर भारती और राघवेन्द्र ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया।
खेल स्टेडियम में छात्र, अभिभावक, शिक्षक सभी उत्साह और जोश से लबरेज नज़र आए। इस दौरान वरीय शारीरिक शिक्षक डॉ मोती प्रसाद, डॉ राखी शर्मा, आंनद विकास लुगुन, संतोष सिंह, कुणाल किशोर, ऋतु रानी, ममता सिंह, राजकुमारी और शिक्षकों की सक्रिय भूमिका रही।
प्राचार्य श्री समरजीत जाना ने खेल भावना को जज़्बे को उद्वेलित करते हुए कहा कि यह मैदान जिस पर आप खड़े हैं अनेक नामचीन खिलाड़ियों की जन्मस्थली रही है। श्यामली की भूमि खिलाड़ियों के लिये काफी उर्वर रही है। आप दौड़ में अव्वल आए यह ज़रूरी नहीं है, आप सबको पीछे छोड़ दें, यह भी ज़रूरी नहीं। ज़रूरी है आपका दौड़ में शामिल होना और फिर से खड़ा होना। आपका संकल्प ही मंज़िल पाने के लिए काफी है।
टीम स्पिरीट से भरपूर खेल भावना का यह महा खेल-उत्सव परवाज़ का समापन 23 जनवरी (गुरुवार) को होगा।




