रांची। मेकॉन कॉलोनी के एल टाइप झोपड़ी बस्ती के रामनाथ महतो के मौत के बाद लोग उग्र होकर लाश के साथ सड़क पर उतर गए। मेकॉन चौक के मुख्य सड़क के पास शव के साथ महिला-पुरुष का जोरदार प्रदर्शन कर हुआ। डोरण्डा व रांची जाने वाले रास्ते के दोनों छोर पर गाड़ियों की लंबी लंबी कतार लग गई। वहीँ, मेकॉन का मुख्य गेट बंद हो जाने के कारण ऑफिस के सभी अधिकारी व कर्मचारियों को परिसर के अंदर ही कई घंटो तक रहना पड़ा। शाम के 5 बजे से सड़क पर शव के साथ प्रदर्शन किया जा रहा था। गाड़ियों की लगी लंबी कतार लग जाने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान पुलिस को ट्रैफिक ठीक कराने में कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा। वहीँ, प्रदर्शनकारी हत्यारे को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। साथ ही जमकर नारेबाजी कर रहे थे।
जाने आखिर क्या है पूरा मामला
3 दिन पहले मेकॉन कॉलोनी के सुरक्षा में तैनात गार्ड के द्वारा मारपीट करने के कारण मेकॉन झोपड़ी बस्ती के रहने वाले रामनाथ महतो की मौत बुधवार को इलाज के दौरान गुरुनानक हॉस्पिटल में हो गई थी। बुधवार को ही मौत की खबर जैसे ही मोहल्ले के लोगों को मिली, उसके बाद मेकॉन कंट्रोल रूम में जमकर हंगामा किया गया। भारी संख्या में महिला- पुरुष कंट्रोल में रूम पहुंच गए थे। इसके बाद प्रशासन ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामला को रात में शांत करा दिया था। लेकिन गुरुवार को परिजनों को शव मिलने के बाद फिर उग्र हो गए और शव को सड़क में रखकर प्रदर्शन करने लगे। परिजनों का आरोप है कि मामूली से टुक टुक और कार के टक्कर के बाद मेकॉन कॉलोनी के सुरक्षा में तैनात गार्ड ने रामनाथ को कंट्रोल रूम में ले जाकर खूब मारा, जिसके चलते रामनाथ की मौत हो गई।
3 दिन पहले हुआ था एक्सीडेंट
रामनाथ के परिवार के लोगों ने बताया कि 3 दिन पहले टुक टुक चला रहे रामनाथ का मामूली सा एक्सीडेंट कार से mecon स्टेडियम के पास हो गया था। इसी के बाद गार्ड से विवाद हुआ, इसी दौरान कई गार्ड मिल कर रामनाथ मारा। इसके बाद उसका टुक टुक भी ले गए। जब रामनाथ अपनी गाड़ी मांगने कंट्रोल रूम गया तो वहां भी इसे खूब मारा गया। इसके बाद परिवार के लोग रामनाथ को गुरुनानक हॉस्पिटल में भर्ती कराए, जहां उसकी मौत मंगलवार को हो गई। परिवार के लोग भैरवी सुरक्षा कंपनी के मेजर पर य़ह आरोप लगा रहे हैं।
जाम के बारे जानें
शाम के 5 बजे से सड़क पर शव के साथ प्रदर्शन किया जा रहा था, जिसके चलते शाम 5:30 बजे तक रास्ते के दोनों छोर पर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई। मौके पर प्रशासन लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे लेकिन प्रदर्शन कर रहे लोग मानने को तैयार नहीं हैं।
सूझबूझ से हटाया गया जाम
2 घंटे से मेकॉन चौक के पास लगे जाम को प्रशासन ने बड़ी ही सूझबूझ के साथ हटा दिया। सड़क पर रखे शव को ट्रक में रख दिया गया। अरगोड़ा सीओ और हटिया डीएसपी राजा मित्रा ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाया, इसके बाद रोड से शव को हटा लिया गया।