राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह 2025
यातायात नियम अपनायें,
परवाह करेंगे, तो सभी सड़क पर सुरक्षित रहेंगे
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार के निदेश के आलोक में राज्य में मनाये जा रहे राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह- 2025 के समाप्ति पर सेमिनार का आयोजन
“परवाह”: जिम्मेदारी साझा करें, दुर्घटना की संभावना कम करें की थीम पर सड़क सुरक्षा सेमिनार की नीव रखी गयी।*
मुख्य अतिथि माननीय परिवहन मंत्री, श्री दीपक बिरुवा द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सेमिनार का शुभ आरंभ।
झारखंड सरकार के परिवहन मंत्री, श्री दीपक बिरुआ* ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और सड़क सुरक्षा के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा, “सड़क सुरक्षा एक सामूहिक जिम्मेदारी है, और यह सेमिनार जागरूकता बढ़ाने, नीतियों को मजबूत करने और सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए संरचना में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
इसके अलावा, कई वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और विभागीय प्रमुखों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया, जिनमें प्रमुख नाम हैं:
कृपानंद झा
सचिव, परिवहन विभाग, झारखंड
धनंजय कुमार सिंह, डीआईजी, जंगल वारफेयर स्कूल, पुलिस विभाग, झारखंड
संगीता लाल, संयुक्त सचिव, परिवहन विभाग
प्रदीप कुमार, JAS, संयुक्त परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा), परिवहन विभाग, झारखंड सरकार
प्रवीण कुमार प्रकाश, JAS, संयुक्त परिवहन आयुक्त, परिवहन विभाग, झारखंड सरकार
इरशाद आलम, अवर सचिव, परिवहन विभाग, झारखंड
मौके पर सभी जिलों से के जिला परिवहन पदाधिकारी, मोटरयान निरीक्षक, सभी नोडल विभागों के वरीष्ठ पदाधिकारीगण एवं अन्य ने समारोह में भाग लिया ।
सेमिनार में शामिल हुए प्रमुख प्रवक्ता
मुख्य वक्ता और विशिष्ट अतिथि
इस सेमिनार में दिल्ली से आए तीन प्रमुख विशेषज्ञों ने सड़क सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं:
- गीतम तिवारी, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), दिल्ली
- नरेंद्र तिवारी, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट, पुणे
- प्रेरणा अरोड़ा सिंह, सीईओ एवं मैनेजिंग ट्रस्टी, पीपल ट्रस्ट इंडिया
सेमिनार के दौरान सड़क सुरक्षा से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
- यातायात नियमों और कानूनों के प्रति जनजागरूकता बढ़ाना
- ट्रैफिक नियमों के सख्त प्रवर्तन की आवश्यकता
- सड़क संरचना को सुरक्षित बनाने और दुर्घटनाओं को रोकने की रणनीतियाँ
- सड़क सुरक्षा प्रबंधन में तकनीकी नवाचारों का उपयोग
वक्ताओं ने सरकारी संगठनों, नागरिकों और तकनीकी विशेषज्ञों के बीच सहयोग बढ़ाने की जरूरत पर बल दिया ताकि राज्य में सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके। इस सेमिनार में प्रस्तुत सुझावों को सरकार को भेजा जाएगा ताकि उन्हें आगामी नीतियों में शामिल किया जा सके।
उत्कृष्ट कार्य प्रदर्शन पर दिया गया पुरस्कार
विभिन्न जिलों को सड़क सुरक्षा जन जागरुकता कार्य, जिलों में सड़क दुर्घटनाओं में मृतक की संख्या कम करने, Hit and Run compensation scheme के तहत सर्वाधिक पीड़ित परिवारों को सहायता प्रदान करने हेतु, Hit and Run compensation scheme के तहत सर्वाधिक case’s का समाधान किये जाने हेतु, Good Samaritan Policy state policy के तहत सर्वाधिक नेक नागरिकों को पुरस्कृत किये जाने हेतु एवं Good Samaritan Policy Cental policy के तहत सर्वाधिक नेक नागरिको का नाम केंद्र को अनुशंसा किये जाने हेतु पुरस्कृत किया गया ।
“परवाह” अर्थात “Care” रखा गया है। इस शब्द में गहरी मानसिकता और एकजुटता का संदेश है। – प्रदीप कुमार, संयुक्त परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा)
कार्यक्रम का समापन अवर सचिव, सड़क सुरक्षा द्वारा सभी को आदरपूर्वक धन्यवाद कर एवं अंत में सभी के द्वारा एक सतर्क सुरक्षित सड़क उपयोगकर्ता बनने के लिए संकल्प लेकर किया गया।
भारत में हर वर्ष लगभग 80 हजार लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गवां बैठते हैं, जो पूरे विश्वभर में होने वाली कल मृत्यु का कुल 13 प्रतिशत है। अधिकतर मामलों में दुर्घटनाएं या तो लापरवाही के कारण होती है या सड़क उपयोगकर्ता की सड़क सुरक्षा जागरूकता के अभाव के कारण। इसलिए सड़क सुरक्षा शिक्षा जीवित रहने के किसी भी अन्य बुनियादी कौशल की तरह अतिआवश्यक है।
नव वर्ष, नई दिशा, सड़क सुरक्षा से साल की शुरुआत
सड़क सुरक्षा माह की शुरुआत नव वर्ष के प्रथम दिन 1 जनवरी 2025 से हुई थी, और इस पूरे महीने सड़क सुरक्षा के महत्व को लेकर विभिन्न कार्यक्रमों, जागरूकता अभियानों, और संवादों के माध्यम से समाज को शिक्षित करने का प्रयास किया गया और यह कार्य राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह समाप्त होने के बाद भी जारी रहेगा।
लीड एजेंसी, सड़क सुरक्षा, परिवहन विभाग, झारखंड आपके सुरक्षित यात्रा की कामना करता है।
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यातायात की नियमों का पालन, है सुरक्षा का सार।
हर कोई सुरक्षा की रक्षा करें,
यही कर्तव्य, संकल्प हो हमारे जीवन का आधार।




