झारखंड आंदोलन में महेश महली का अमूल्य योगदान:- महमूद आलम
भरनो:- झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा भरनो प्रखंड के तत्वावधान में आज झारखंड आंदोलनकारी स्व.महेश महली की पुण्यतिथि की याद में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. झारखंड अलग राज्य के आंदोलन में महेश महली के योगदान को याद किया गया.आंदोलनकारियों ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि व श्रद्धा सुमन अर्पित किये.
आंदोलनकारियों की उपेक्षा पर झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा ने चिंता व्यक्त की. वक्ताओं ने अपने वक्तव्य में कहा कि आंदोलनकारियों के राजकीय मान- सम्मान, अलग झारखंडी पहचान, रोजी -रोजगार व नियोजन की सौ प्रतिशत अधिकारों की गारंटी, जेल जाने की बाध्यता को दूर करते हुए राज्य गठन की तिथि से प्रत्येक झारखंड आंदोलनकारियों को समान रूप से सम्मान पेंशन राशि 50-50 हजार रुपया सरकार के द्वारा नहीं दिए जाने पर चिंता व्यक्त किया गया. झारखंड अलग राज्य के आंदोलन में गुमला जिला के भरनो क्षेत्र के आंदोलनकारी का योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण रहा है इन आंदोलनों को सफल बनाने में महेश महली का योगदान भुलाया नहीं जा सकता। झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के संस्थापक एवं प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने वीडियो कॉलिंग के माध्यम से महेश महली को श्रद्धांजलि अर्पित किए एवं कहां की अरमानों को मंजिल तक पहुंचना है और झारखंड को बेहतर राज्य बनाकर अपने विरासतों को बचाना है. प्रत्येक झारखंड आंदोलनकारी एक दस्तावेज एवं झारखंड के विरासत हैं।
संघर्ष मोर्चा द्वारा निर्णय लिया गया कि 3 जनवरी 2025 को मारंग गोमके
जयपाल सिंह मुंडा की जयंती को झारखंड आंदोलनकारी दिवस के रूप में भव्यता के साथ मनाया जाएगा. इससे पूर्व 18 दिसंबर को झारखंड अलग राज्य के अमर पुरोधा विनोद बिहारी महतो की पुण्यतिथि, 25 दिसंबर को शहीद निर्मल महतो की जयंती मनाई जायेगी. 1 जनवरी 2025 को खरसावां गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित किया जाएगा। बैठक में मुख्य रूप से मोर्चा के केंद्रीय नेता महमूद आलम ,जुुबेर अंसारी श्रीमती मिनी बाड़ा, श्रीमती सीता देवी, मुरल राम, पुनई उरांव ,पंचस उरांव, आनंद उरांव,सहदेव किसान, रीना देवी, सुचिता उरांव, बिरसा उरांव, पदमुनि उरांव भुखलाल उरांव, मनोज वर्मा, उपेन बाडा, गोविंद लोहरा, सुजीता उरांव,दीपक कुमार तोप्पो, नीलू देवी, चरण बडाइक, बंधनी उरांव,अभिषेक भूषण धान अन्य ने झारखंड आंदोलनकारी महेश महली को श्रद्धांजलि अर्पित किये।