राँची // भाजपा विधायकों के द्वारा प्रभारी सचिव विधानसभा को पत्र लिखकर झारखंड के विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र महतो को हटाने की मांग की. भाजपा विधायकों का कहना है कि हेमंत सरकार के इशारों पर 18 विधायकों को निलंबित किया गया है। अनंत कुमार ओझा, रणधीर कुमार सिंह,नारायण दास,अमित कुमार मंडल, डॉ मीरा यादव, किशुन कुमार दास, केदार हाजरा, बिरंची नारायण, अर्पण सेनगुप्ता, कोचे मुंडा, भानु प्रताप शाही, सीपी सिंह, समरी लाल,नवीन जायसवाल, डा कुशवाहा शशि भूषण मेहता, आलोक कुमार चौरसिया एवं पुष्पा देवी को विधानसभा अध्यक्ष ने किया है निलंबित।भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया झामुमो के विधायक शुदीप कुमार के द्वारा ले गए निलंबन प्रस्ताव को सरकार के इशारे पर विधानसभा अध्यक्ष ने निलंबित किया. जबकि अमूमन संसदीय कार्य मंत्री के द्वारा निलंबन का प्रस्ताव लाया जाता है उसके बाद में कार्य मंत्रणा समित की बैठक बिना किए हुए निलंबित किया।
भाजपा के 18 सदस्य निलंबित, झारखंड की राजनीति मे भूचाल
वहीं भाजपा विधायक ने माननीय अध्यक्ष विधान सभा को अपने पद सही से निर्वहन नहीं करने एवं साथ ही 5 वर्षों तक माननीय अध्यक्ष की भूमिका कम झामुमो कार्यकर्ता के रूप में ज्यादा कार्य किए हैं वहीं भाजपा के विधायकों ने कहा की माननीय अध्यक्ष ने झूठा आरोप लगाया कि भाजपा विधायकों के द्वारा महिला पुरुष मार्शलों के साथ में दुर्व्यवहार किया गया। इससे भाजपा विधायक छुब्द होकर विधानसभा अध्यक्ष पर मानहानि का केस करेंगे।
झारखंड विधानसभा के विधानसभा अध्यक्ष पर रहते हुए। नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बावरी एवं अन्य विधायकों द्वारा युवाओं को 5 लाख नौकरी, स्नातकों को 5000 हजार रु। स्नातकोर 7000 हजार, रुपए बेरोजगारी भत्ता। पारा शिक्षक, होमगार्ड, आंगनबाड़ी सेविका,साहाईका रसोईया, मनरेगा कर्मी, पैरामेडिकल कमी,पंचायत कर्मी को 2019 के विधानसभा चुनाव में माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मैं परमानेंट करने एवं उनकी मांगों को पूरा करने का झूठा वादा किया था।उन्हें वादों को याद दिलाने के लिए भाजपा विधायकों द्वारा माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी से जवाब मांग रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष ने जवाब दिलवाने के बजाय नेता प्रतिपक्ष से रुखा,कड़ा,एवं दुर्व्यवहार किया जोकि सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है। झारखंड के वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष अपने पद पर संवैधानिक दायित्व का निर्वहन करने में असफल रहने का भाजपा विधायकों के द्वारा आरोप लगाया गया।इसलिए विधानसभा अध्यक्ष को हटाया जाए।