मेरे भाई, मेरे पति और परिवार के कई लोग इसी विद्यालय से शिक्षा ग्रहण की है : डीसी नैंसी सहाय
Shahid Khan/POLICE PUBLIC REPORTER/Ranchi
वर्तमान शैक्षणिक सत्र में छात्रों की उपलब्धियों को सम्मानित करने एवं उनमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए अनुप्रेरित करने उद्देश्य से आज जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली में उच्च माध्यमिक छात्र-छात्राओं के बीच भव्य पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन, विद्यालय गान व स्वागत गान से हुआ। इस समारोह में शैक्षणिक विषयों में विषयवार श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 62 छात्रों, लघुनाटिका, गायन, वादन, संगीत, वाद-विवाद एवं काव्य-पाठ में सफल होने वाले 111 छात्रों, विज्ञान सह कला प्रदर्शनी ‘अभिज्ञान – 2023’ में अपने मॉडलों एवं मेधा से अचंभित करने वाले 101 छात्रों, छात्र परिषद के 44 छात्रों एवं सतर्कता जागरूकता सप्ताह में आयोजित निबंध प्रतियोगिता में सफल 3 छात्रों को मंच पर मैडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। पुरस्कृत छात्रों का दयानंद प्रेक्षागृह में उत्साह और उल्लास देखते बनता था।
इस समारोह में आकर्षण का केंद्र बनी मुख्य अतिथि श्रीमती नैंसी सहाय जिन्होंने 2007 ई० में जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली से बारहवीं की कक्षा पास की थी और वर्तमान में हजारीबाग जिले में उपायुक्त के रूप में सेवारत हैं।
इस अवसर प्राचार्य श्री समरजीत जाना ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए उन्हें विद्यालय का उदीयमान सितारा और छात्रों के लिए महत्त्वपूर्ण प्ररेणा का श्रोत बताया।
वहीं श्रीमती नैंसी सहाय ने अपने विद्यालय में बिताए यादगार पलों को साझा करते हुए पसंदीदा गीत गाया और बताया कि मेरे भाई, मेरे पति और परिवार के कई लोग इसी विद्यालय से शिक्षा ग्रहण की है। यह विद्यालय सचमुच हमारे लिए ज्ञान का मंदिर है। आगे उन्होंने सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी की बारीकियों के बारे में बताते हुए छात्रों को कई टिप्पस दिए और मेहनत, धैर्य, दृढ़-संकल्प और योग्य मार्गदर्शन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
विद्यालय के छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष श्री अमित रॉय ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर उपप्राचार्य श्री एस०के० झा, श्री बी०एन०झा, श्री संजय कुमार ट्रेंनिग नोडल अधिकारी श्री एल०एन०पटनायक, प्रभाग प्रभारी श्रीमती अनुपमा श्रीवास्तव, श्री शीलेश्वर झा ‘सुशील’ एवं समस्त उच्च माध्यमिक विभाग के शिक्षक एवं छात्र-छात्राएँ मौजूद थे।